World’s first portable hospital in India , अब केवल 8 मिनट में हो सकेगा ईलाज ।

First portable hospital in India- आज कल के टेक्नोलॉजी वाले दुनिया में एक ऐसा नया टेक्नोलॉजी आया है। जहाँ  भारत में किसी  भी पेशेंट का इलाज  सिर्फ 8 मिनट में  हो सकता है  first portable hospital in India. आप को सुन कर बहुत ही  अलग लगेगा। भारत में नहीं इसकी बात इंटरनेशनल लेवल पर भी लगातार हो रही है। दुनिया का पहला पोर्टेबल हॉस्पिटल भारत ने बना दिया है। इस project का निर्माण  उद्घाटन गांधीनगर, गुजरात में Medical Technology  Industry  के दौरान फरवरी 2022 में शुभारंभ किया गया। पोर्टेबल यानि  इसको एक जगह से दूसरे जगह आसानी से  ले जाया जा सकता है।

इस पोर्टेबल हॉस्पिटल के अंदर बहुत सारे facilities  है जो हमारे normal  हॉस्पिटल से मिलती जुलती है।  कई कई जगह पर इस पोर्टेबल हॉस्पिटल को मिनी हॉस्पिटल  का भी नाम दिया जा रहा है। भारत  के पहले   पोर्टेबल हॉस्पिटल को  arogya maitri  cube का  नाम दिया गया है। इसको maitri  cube इस लिए बोला जाता है, क्योकि  ये इस हॉस्पिटल को cube के अंदर में  setup किया जाता है । यानि की इसमें  आपको अलग अलग box दिखाई देंगे।

इसमें एक फ्रेम में 12 boxes है , ऐसे ही 3 फ्रेम होते है।  यानि की आपको 36 boxes मिलेंगे जिसमे की आपकी पूरी ट्रीटमेंट का सामान होगा। ये जो क्यूब बनाने का inspiration आया है  वो  magic puzzle cubes  से आया है। (First portable hospital in India)

Maitri  cube बहुत ही हल्का है, इसका वजन 20 kg से भी कम है। इसकी सबसे खाश बात ये है की  First portable hospital in India आसानी से कही भी ले जाया जा सकता है।  इससे कुछ ही  मिनटो में  मरीज का इलाज हो सकता है ,और उनको हर तरीके की facilities  भी मिल सकती है। 

World’s first portable hospital in India , में  कौन कौन सी  facilities  अवेलेबल है।

First portable hospital in India, में  बहुत सारी फैसिलिटीज दी जाती है । सबसे  पहली और  important facilities  ये है की 48 घंटे तक लगातार  इस हॉस्पिटल में 200 पेशेंट को ट्रीटमेंट दी  जा सकती है। भारत ने दुनिया का disaster हॉस्पिटल भी बनाया है। Disaster से मतलब है की , कई सारी जगह पर कई बार नेचुरल   disaster आ जाते है, जैसे ही भूकंप , सुनामी या flood आ जाते है,  उसकी वजह से कई लोग घायल हो जाते है। इसलिए उनका ट्रीटमेंट भी बहुत जरुरी है।  इसके लिए हम इस हॉस्पिटल को  बढ़िया से use कर सकते  है। 

इस हॉस्पिटल को 72 अलग अलग क्यूब  में इसको पैक किया गया है। इसको आप एयरलिफ्ट भी कर सकते है।  इन क्यूब को, आराम से हैंडल भी किया जा  सकता है।  इसके  अंदर जो भी सामान रखा है उससे पूरा हॉस्पिटल का निर्माण किया जा सकता है।

इस हॉस्पिटल की खाश बात ये है की , जिसको 40 बुलेट  गोली लगी है  ऐसे घायल लोग का ट्रीटमेंट हो सकता है।  24 मेजर बिल्ड्स , किसी न किसी कारण  से body से लगातार खून बह रहा है। उस टाइम पर 24 लोग का ट्रीटमेंट लगातार हो सकता है। कई बार ऐसा भी होता है आग लग जाने  की वजह से  लोगो की  बॉडी जल जाती है तो major burns 25 इस प्रकार के जो स्पेशल cases  है उनको लगातार ट्रीट किया जा सकता है।

या फिर head injury , spinal injury , chest injury , या spinal  फ्रैक्चर भी हो चुके है तो  उन सब में भी cases में भी कम से कम  10 लोग  लगातर ट्रीटमेंट करवा रहे है।  इस पुरे  हॉस्पिटल के अंदर एक operation theater  भी है। एक छोटा सा ICU , वेंटीलेटर , ब्लड टेस्ट वाले इक्विपमेंट , x-ray  मशीन , cooking stations , water , shelter , power generator  इसके अलावा और  भी बहुत कुछ देखने को मिलेंगे।

World’s first portable hospital in India

ये दुनिया का पहला  रैपिड डिजास्टर हॉस्पिटल है। इसको आप कही भी एयरलिफ्ट कर सकते हो।  कही भी कोई भी disatar हो रहा है वहाँ आप इसे तुरत पंहुचा सकते हो।  भारत ने इसको एक project  के अंदर तैयार  किया है। इस  प्रोजेक्ट का नाम है  “Project BHISHM” (Bharat Health Initiative for Sahyog Hita and Maitri). इसके मदद से ही पूरा का पूरा development   हुआ है।  इन्ही cubes के अंदर सभी सामान को रखा जाता है , और साथ ही इसको carry भी करा जा सकता है। और कही पर भी हॉस्पिटल का  setup किया जा सकता है। 

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